पंचगव्य दशमूलारिष्ट प्राचीन आयुर्वेदिक औषधियों में से एक है. आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल महिलाओं के लिए किया जाता है. महिलाएं इसका इस्तेमाल पोषणयुक्त दवाई के रूप में करती हैं. इसके साथ ही ये इनके प्रसव के कमजोरी से उबरने के लिए उपयोगी है. इसे बनाने के लिए 50 से अधिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया जाता है. इसमें अश्वगंधा, मंजिशता और द्राक्षा आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं. ये प्रभावी और स्वाभाविक रूप से प्रसव के बाद कमजोरी और संबंधित तनाव से उबरने में मददगार है. दशमूलारिष्ट नई माताओं के लिए तेजी से स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित करता है और मातृत्व की कठोरता का सामना करने के लिए शारीरिक रूप से उन्हें तैयार करता हैं. यह चयापचय में सुधार लाने और पाचन शक्ति में मदद करता है.
दशमूलारिष्ट के फायदे -
पंचगव्य दशमूलारिष्ट के लाभ और उपयोग करने का तरीका दशमूलारिष्ट कई बिमारियों के इलाज में बेहद उपयोगी है. इसका इस्तेमला इसलिए भी ठीक रहता है क्योंकि ये शतप्रतिशत आयुर्वेदिक औषधि है इसलिए इसका दुष्प्रभाव नहीं है.
स्टेमिना बढ़ाने में उपयोगी
दशमूलारिष्ट न केवल शारीरिक और मानसिक मजबूती प्रदान करता है बल्कि ये आपकी स्टेमिना को भी बढ़ाने का काम करता है. इससे आपके शरीर के ताकत और सहनशक्ति में प्रभावी रूप से वृद्धि होती है.
त्वचा के लिए भी उपयोगी
हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होने के साथ ही पंचगव्य दशमूलारिष्ट, हमारे शरीर की त्वचा के स्वास्थ्य और चमक के लिए भी बेहद प्रभावी और उपयोगी साबित होता है. इसके उपयोग से त्वचा में नई जान आ जाती है.
पुनः युवा बनाए रखने में मददगार
पंचगव्य दशमूलारिष्ट कई बीमारियों का प्राभावी इलाज होने के साथ ही कई अन्य फायदे भी उपलब्ध कराता है. क्योंकि ये आपको पुनः युवा बनाए रखने में भी काफी महत्वपूर्ण होता है. ये बढ़ते हुए उम्र के प्रभावों को कम करता है.
महिलाओं की कमजोरी से निपटे
महिलाओं की कई तरह की परेशानियों में से एक ये भी है कि इन्हें कमजोरी की समस्या भी होती है. विशेषरूप से प्रसव की कमजोरी से उबरने के लिए पंचगव्य दशमूलारिष्ट एक काफी उपयोगी और प्रभावी दवा है. महिलाओं में समग्र कमजोरी और थकान से लड़ने में मदद करता है.
शरीर की मजबूती के लिए
इसका उपयोग शरीर की मजबूती के लिए भी किया जाता है. ये हमारे शरीर के मानसिक और शारीरिक मजबूती के लिए भी काफी उपयोगी है. इस आधार पर कहा जा सकता है कि शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए ये एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
पाचन में सुधार लाए
पंचगव्य दशमूलारिष्ट हमारे पाचन में भी सुधार लाने का काम करता है. जाहिर है खराब पाचनतंत्र कई रोगों का घर है. यदि पाचन तन्त्र सही है तो आप कई अनावश्यक रोगों से बच सकते हैं. इसलिए खराब पाचन से निपटने के लिए इसका सहारा ले सकते हैं.
मासिक धर्म से राहत देने में भी मददगार है
पंचगव्य दशमूलारिष्ट महिलाओं के समग्र कमजोरी और थकान से लड़ने में प्रभावी रूप से मददगार होने के साथ ही मासिक धर्म के समय हो रहे दर्द में भी राहत देने में काफी उपयोगी है. इसकी सहायता से आप अपने परेशानी कम कर सकती हैं.
* दशमूलारिष्ट की उच्च खुराक से पेट में गड़बड़ी, जलन का एहसास हो सकता है. केवल चिकित्सक की देखरेख में लिया जाना चाहिए.
* दशमूलारिष्ट का उपयोग दिन में दो बार करना सही माना गया है. लेकिन आपको डॉक्टर से बात करने के बाद ही इसका निर्णय करना चाहिए.
* दशमूलारिष्ट को आमतौर पर भोजन के बाद ही लेना चाहिए लेकिन फिर भी आप दशमूलारिष्ट का इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से बात करना चाहिए कि आपके लिए क्या सही है.
* स्थिति में सुधार लाने के लिए दशमूलारिष्ट का इस्तेमाल दो हफ्तों के लिए करना ज़रूरी है. किंतु हर किसी की स्थिति में फरक होता है इसलिए दशमूलारिष्ट के इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें.
घटक
बेल, गोक्षुर, कंटकारी, शालपर्णी, लोध्र, चित्रक, गिलोय, आंवला, खादिर, हरड़, बहेड़ा, पुनर्नवा, मंजिष्ठा, देवदारु, विडंग, लिकोरिस, जटामांसी, जीरा, अनंतमूल, निसोथ, रास्ना, पिप्पली, हल्दी, पद्मक, नागकेसर, जीवक, नागरमोथा, कुटज, करकटश्रृंगी, तगर, मुनक्का, धातकी, चंदन, इलायची, तेजपत्ता, लौंग, गुड़, शहद
दशमूलारिष्ट के लाभ
आयुर्वेदिक शास्त्रीय दवा दर्द निवारक (एनाल्जेसिक) के रूप में काम करती है।
प्रसवोत्तर महिलाओं के लिए अत्यधिक प्रभावी और उपयुक्त। सबसे अच्छी रसायन दवा के रूप में काम करता है।
पीठ दर्द जैसे वात विकारों के लिए अनूठा फार्मूला। दर्द के इलाज में फायदेमंद एंटी-इंफ्लेमेटरी जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं।
औषधीय पौधों (दशमूल) की दस अलग-अलग जड़ों का पारंपरिक संयोजन वात दोष और वात के असंतुलन के कारण होने वाले विकारों को शांत करने में मदद करता है।
सेवन विधि
15 से 20 मिली दशमूलारिष्ट लें या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें इसे उतनी ही मात्रा में गुनगुने पानी में मिलाएँ बेहतर स्वास्थ्य के लिए दिन में एक या दो बार भोजन के बाद इस मिश्रण का सेवन करें
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Size | US | Bust | Waist | Low Hip |
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XS | 2 | 32 | 24 - 25 | 33 - 34 |
S | 4 | 34 - 35 | 26 - 27 | 35 - 26 |
M | 6 | 36 - 37 | 28 - 29 | 38 - 40 |
L | 8 | 38 - 29 | 30 - 31 | 42 - 44 |
XL | 10 | 40 - 41 | 32 - 33 | 45 - 47 |
XXL | 12 | 42 - 43 | 34 - 35 | 48 - 50 |
Measure around the fullest part of your bust.
Measure around the narrowest part of your torso.
With your feet together measure around the fullest part of your hips/rear.