पंचगव्य आयुर्वेदिक च्यवनप्राश एक पारंपरिक पूरक है जो समग्र स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए प्रामाणिक जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक अवयवों के एक अनूठे नुस्खे से बनाया गया है। यह 100% शुद्ध, उच्च गुणवत्ता वाला च्यवनप्राश कमज़ोरी, खांसी, जुकाम और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए सावधानी से तैयार किया गया है। आंवला, गिलोय और दालचीनी और इलायची जैसे मसालों का इसका मिश्रण कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, जैसे प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देना और पाचन को बढ़ावा देना। हमारा पंचगव्य च्यवनप्राश परिरक्षकों, योजकों और सिंथेटिक रंगों और स्वादों से मुक्त है, जो हमारे ग्राहकों के लिए सर्वोत्तम संभव उत्पाद सुनिश्चित करता है। हर बैच को सख्त गुणवत्ता नियंत्रण मानकों के तहत निर्मित किया जाता है और ताज़गी और शक्ति बनाए रखने के लिए पैक किया जाता है। पंचगव्य आयुर्वेदिक च्यवनप्राश के साथ अपनी याददाश्त, पाचन, त्वचा की रंगत, हड्डियों की मजबूती और बहुत कुछ सुधारें - एक विश्वसनीय और प्रभावी पारंपरिक उपाय।
Ingredients
बेल की छाल ,अरणी ,अरलू, गंभारी, पाटला, मधुपर्णी ,माषपर्णी , पीपल ,शालपर्णी पृश्निपर्णी , गोखरू ,छोटी कटेली, बड़ी कटेली, काकड़ा सिंगी, भुई आंवला ,मुनक्का ,जीवंती, पुष्करमूल ,अगर ,गिलोय ,बड़ी हरड़ , बला, वाराही कंद, विदारीकंद, नागर मोथा, पुनर्नवा, शतावरी, छोटी इलायची, कमल, सफेद चंदन, अडूसे की जड़, अश्वगंधा ,काकनासा एवं आंवला इत्यादि
Usages
च्यवनप्राश के लाभ
पंचगव्य च्यवनप्राश एक अत्यधिक पोषक तत्वों से भरपूर आयुर्वेदिक सुपरफूड है, जिसे उसके स्वास्थ्य लाभों के कारण पहचाना जाता है। यह विशेष रूप से विटामिन ‘सी’ और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है, जो विभिन्न बीमारियों से बचाने में सहायक होते हैं। च्यवनप्राश का नियमित सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे मौसमी बिमारियों जैसे जुकाम और फ्लू का जोखिम कम हो जाता है।
इस आयुर्वेदिक संदर्भ में पाए जाने वाले तत्व ऊर्जा स्तर को भी बढ़ाने में सहायता प्रदान करते हैं, जिससे व्यक्ति पूरे दिन सक्रिय और ताज़ा महसूस कर सकता है। बहुत से लोग इसके सेवन को अपने दिनचर्या में शामिल करते हैं ताकि वे अधिक सक्रिय रह सकें और काम की चुनौतियों का सामना कर सकें।
पंचगव्य च्यवनप्राश का एक और महत्वूर्ण लाभ यह है कि यह तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। इसके सेवन से मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता में वृद्धि होती है, जो छात्रों और पेशेवरों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, यह शरीर के उम्र के प्रभावों को धीमा करने की क्षमता रखता है, जिससे आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसकी प्रासंगिकता बढ़ जाती है।
पंचगव्य च्यवनप्राश के औषधीय गुण पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में भी मदद करते हैं। यह न केवल पाचन में सुधार करता है, बल्कि कब्ज़ और अन्य पाचन समस्याओं से राहत भी प्रदान करता है। अधिकतर लोग इसे एक प्राकृतिक चयापचय बूस्टर के रूप में उपयोग करते हैं, जो वजन नियंत्रण में भी सहायक हो सकता है। इसके अतिरिक्त, च्यवनप्राश त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक है। इसके नियमित सेवन से त्वचा की चमक और स्निग्धता में वृृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति की उम्र के पदचिन्ह कम दिखाई देते हैं।
रोगाधिकार
बल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है हृदय, मस्तिष्क, वातवाहिनी, शुकवाहिनी, नाड़ियों को बल प्रदान करने में उपयोगी
सेवन विधि
6 ग्राम से 12 ग्राम प्रातः समय गाय बकरी के दूध के साथ सेवन करें